ईचागढ़ में मां बासंती दूर्गा पूजा का आयोजन
1 min readसरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के सोड़ो व ईचागढ़ में मां बासंती दूर्गा पूजा का आयोजन वर्षों से किया जाता है। महा षष्ठी को विल्व वरण व आमंत्रण के बाद सोमवार को महा सप्तमी को नदी से नव पत्रिका व कलश लाकर मंदिर में प्रतिष्ठा के साथ मां बासंती दूर्गा पूजा का शुभारंभ किया गया। सोड़ो सार्वजनिक बासंती दूर्गा पूजा का शुभारंभ जारगोडीह के सुवर्ण रेखा नदी से नव पत्रिका व कलश लेकर मंदिर में प्रवेश के साथ ही महा सप्तमी का पूजा अर्चना शुभारंभ किया गया। नदी से नव पत्रिका गाजे बाजे के साथ मंदिर में प्रवेश कराया गया।
डोली में नव पत्रिका लाने के समय पुरे गांव का सङको को रंगोली से सजाया गया है। वहीं नव पत्रिका के डोली के नीचे उलटकर श्रद्धालुओं ने मां से निरोगता का कामना किया। पुरे सड़क पर जगह जगह ग्रामीण नव पत्रिका के डोली के नीचे जमीन पर लेटने से पंडितों को आदमी के ऊपर ही चलकर पार होना पड़ा । गांव पहुंचते ही ग्रामीण महिलाओं ने डोली में ला रहे नव पत्रिका को रोक रोक कर आरती उतारी व माता रानी से सुख समृद्धि का वरदान मांगे । वहीं सोड़ो सार्वजनिक बासंती दूर्गा पूजा मंदिर के पूजारी घनेश्याम ओझा ने बताया कि यहां 60 वर्षों से मां बासंती दूर्गा पूजा किया जाता है।
उन्होंने कहा कि आज नदी से डोली में नव पत्रिका मंदिर में प्रवेश कराया गया और पूजा शुभारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि आज महा सप्तमी पूजा का शुभारंभ किया गया। मंगलवार को महा अष्टमी व संधी पूजा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महा नवमी व महा दशमी पूजा के बाद गुरुवार को नव पत्रिका विसर्जन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बासंती दूर्गा माता का मुर्ती का विसर्जन गुरुवार को नहीं किया जाएगा, वल्कि दुसरे दिन किया जाएगा।